नफरत और जहर पिने की कला ,
शिव ही हमें सिखा सकते हैं .
रहम और दया सबपर छिडकें ,
वो राह शिव ही बता सकते हैं .
शिव के बारात में तीनो लोकों के ,
सभी योनी के लोग साथ गए हैं ,
दोस्त -दुश्मन सभी को साथ लेकर ,
चलने को शिव सिखा गए हैं .
उंच - नीच का भेद मिटाकर ,
सबको वो अपनाते रहे हैं ,
लोक कल्याण हेतु विष -पान को ,
नशेड़ी उनका नशा कहते हैं ,
जिसका नशा सिर्फ ध्यान रहा हो ,
उसी नशा में शिव जीते हैं ,
नशा को सही ठहराने खातिर ,
लोग शिव का नाम ले पीते हैं .
मीकर बोलें हमसभी आज ,
दयालु -कृपालु शिव की जय ,
संचे गुरु शंकर ही हैं ,
शिखे गुण वो शंकर ही है .
महाशिवरात्रि पर सम्पूर्ण मानवता को बधाई और शुभकामनायें .
Jai Hind!
Jiye Azad Hind Desh, Jai Azad Hind Desh, vaalo Azad Hind Desh(PK+IN+BD).
Om– Onkaar – Allah – God - Om.Sai.Ram - Madre.Watan.Hind - Vande.Matram.
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