skip to main |
skip to sidebar
मंदिर मस्जिद विवाद का हल
मंदिर मस्जिद विवाद का हल वही सूफी, संत, फ़कीर मिलकर निकल सकते हैं जिनका
सियासत और पैसों से कोई मतलब नहीं हो, जिनका कोई बैंक अकाउंट नहीं हो, जो
अल्लाह - इश्वर के करीब हों, जिनमें कबीर जैसी स्पस्टवादिता हो, निडर हों,
समाधान दोनों सम्प्रदायों के लिए सम्मानजनक हों, और सबसे अहम बात यह हों कि
वहाँ के मूल निवासियों के हित में हो. हमें मिलकर ऐसे सूफी, संत, फ़कीर
लोगों की तलास करनी चाहिए.
-ग़ुलाम कुन्दनम,
सिटिज़न ऑफ़ आजाद हिंद देश (पाकिस्तान+इंडिया+बंगलादेश)
No comments:
Post a Comment