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Tuesday, August 31, 2010

रिक्सावाला

रिक्सावाला


सब्जी ले मैडम ने रिक्से को आवाज़ लगायी,

चौक का कितना लोगे भाई!

बहन जी! पंद्रह रुपये दे देना,

मैडम बोली,

बारह रूपये ले लेना.

चालक बोला सामान इतनी सारी है,

ऊपर से आपका वजन भी तो भारी है!

मैडम जी का चेहरा तमतमाया,

बेचारा चालक सकपकाया.

चलिए मैडम जी छोड़ देता हूँ!

चौक पहुंचा दिया उसने यूँ.

मैडम बोली,

थोडा आगे मेरा अपार्टमेन्ट आता है,

रिक्शा किलो मीटर अन्दर जाता है.

१० का नोट पकड़ा बोली चेंज नहीं है,

गिडगिडा कर बोला क्या ये सही है.

रिक्सावाला अपनी किस्मत पे रोता है,

मैडम का लिफ्ट आठवीं मंजिल पर होता है।

-ग़ुलाम कुन्दनम,
सिटिज़न ऑफ़ आजाद हिंद देश

(हिन्दुकुश पहाड़ी से हिंद महासागर तक)


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